How Singapore Become So Rich Rebuilding of Singapore | Lee Kuan Yew

साल 1965 जगह Singapore जिसका अभी-अभी Malaysia से विभाजन हुआ है। यहां की जनता भूखमरी से परेशान है। लोग अफीम की लत का शिकार हैं। खाने को भोजन और रहने को जगह नहीं है। लोग गरीब बस्तियों में रह रहे हैं। Employment लगभग शून्य है, और चंद पैसों के लिए लोग चोरी डकैती और मर्डर करने तक को तैयार हैं। लेकिन 57 साल के बाद आज वही Singapore सबसे कम CORRUPTION वाले देशों में चौथे नंबर पर, रहने के मामले में दुनिया की पांचवीं सबसे सेफ कंट्री, एशिया की चौथी सबसे बड़े economy और बिजनेस स्टेबलिश करने के लिए सबसे आसानी से उपलब्ध देश बन चुका है।

अब आपके मन में यह सवाल आना तो लाजमी है, कि पिछले 50, 55 सालों के भीतर इस देश में आखिर ऐसा क्या चमत्कार हुआ? कि जहां लोग एक टाइम गरीबी की मार झेल रहे थे। Employment शून्य और CORRUPTION जैसी चीजों का बोलबाला होता था। भला वो देश आज इतना developed और अमीर कैसे बना, और दोस्तों आप के इन्हीं सवालों का ही जवाब आज के इस पोस्ट में हम आपको देने वाले हैं।

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दोस्तों Singapore के Development की स्टोरी बीसवीं शताब्दी की बेस्ट Development स्टोरी मानी जाती है। हमारे इंडिया के मुकाबले सिर्फ 0.25% साइज वाला यह देश, वैसे तो दुनिया के 20 सबसे छोटे देशों में गिना जाता है। लेकिन आज यह कंट्री Index of Economic Freedom की रैंकिंग के टॉप पर शुमार है। जो कि इस जगह को रहने और जॉब करने के लिए बेस्ट च्वाइस बनाती है। Singapore आज के समय का एक बहुत बड़ा फाइनेंशियल सेक्टर है, जिसे High Standard of living के लिए जाना जाता है। लेकिन Singapore जीरो से हीरो कैसे बना? इसे समझने के लिए हमें समय में थोड़ा पीछे जाना होगा।

दरअसल 19th सेंचुरी की सबसे ताकतवर ट्रेडिंग कंपनी जिसे कि हम ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से जानते हैं। उसने साउथ ईस्ट एशिया के समुद्री क्षेत्र को अपना ट्रेडिंग रूट बना लिया था। जी हां, ये वही ईस्ट इंडिया कंपनी है जो कि व्यापार करने के लिए भारत आई थी, और फिर यहां की जमीन पर हुकूमत करना शुरू कर दिया। वह भी 200 सालों तकखैर बात करते हैं। उस ट्रेडिंग रूट कि, देखते ही देखते यह रूट ईस्ट इंडिया कंपनी के सबसे प्रॉफिटेबल रूट्स में शामिल हो गया। अब क्योंकि इस रूट के जरिए ईस्ट इंडिया कंपनी अपने रेवेन्यू का लगभग आधा हिस्सा जनरेट करने लगी थी।

इसलिए इस रीज़न को सेफ बनाना उनके लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी हो गया था, और इसीलिए उस रीजन के एक छोटे से आईलैंड पर ब्रिटिश ऑफिसर Sir Thomas Stamford Raffles ने एक Sea Ports बनाया और दोस्तों यह आईलैंड कुछ और नहीं बल्कि आज के समय का Singapore था। इस पोर्ट को टैक्स फ्री रखा गया था। और बस उसके बाद से ही यह पोर्ट दुनिया भर के ट्रेडर्स की नजर में आ गया। दुनिया के कोने-कोने से इस पोर्ट पर ट्रेडर्स आने लगे, और इसी Sea Ports से ही अपना ट्रेड करना शुरू कर दिया।

अब दोस्तों ट्रेडर्स के व्यापार के लिए भले ही यह जगह अच्छी बन गई थी। लेकिन यहां रहने वाले लोगों की स्थिति अच्छी नहीं थी। प्रॉपर रूल्स और रेगुलेशंस की कमी की वजह से यहां पर लोगों की स्थिति बेहद खराब होती चली गई। और दोस्तों सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान जापान ने मलैया पर हमला कर दिया। अब कंफ्यूज होने वाली बात नहीं है। उस समय Malaysia और Singapore एक ही हुआ करते थे, जिसे की एक साथ मलैया के नाम से जाना जाता था। जापान के हमले के बाद से यह जगह पूरी तरह से बर्बाद हो गई। और Britishers जिन्होंने यहां से ट्रेडिंग के जरिए खूब पैसे कमाए थे। उन्होंने भी इस नाजुक समय में Singapore की मदद नहीं की,और दोस्तों Britishers की इस हरकत की वजह से ही, यहां के लोगों के बीच उनके लिए नफरत पैदा हो गई। इस नाजुक समय में यहां के लोगों के लिए एक बेहद बहादुर नेता उभर कर आए।

जिसका नाम था LEE KUAN YEW लोगों को शायद पता चल गया था, कि यह नेता ही उनके उज्जवल भविष्य के लिए आशा की किरण है। LEE KUAN YEW एक पॉलिटिकल पार्टी का गठन किया, जिसका नाम उन्होंने People's Action Party रखा। और साल 1950 में वे मलैया के प्रधानमंत्री के तौर पर चुने गए। लेकिन उनके प्रधानमंत्री बनने के कुछ सालों बाद ही ethnic और religious विवादों के चलते 9 अगस्त 1965 को, Malaysia और Singapore अलग हो गए। इस separation के बाद से Singapore की स्थिति बेहद ही खराब हो गई थी। और 80% से भी ज्यादा लोग Economic crisis से जूझ रहे थे। और जैसा कि मैंने पोस्ट के शुरुआत में भी बताया था। 

यहां पर Employment शून्य था लोग सिर्फ violence क्राइम और CORRUPTION में डूबे हुए थे।इस बदतर हालत को देख कर LEE KUAN YEW ने यह ठान लिया था, कि अपनी जनता को वो इस crisis से बाहर निकाल कर ही रहेंगे। और इसके लिए उन्होंने देश के अंदर बहुत सारे strict policies लागू करने शुरू कर दिए। LEE KUAN की गवर्नमेंट के अंदर Freedom of speech को बैन कर दिया। violence और CORRUPTION जैसे क्राइम्स के लिए खतरनाक सजाएं दी जाने लगी। ड्रग डीलर को तो पकड़ा ही गया। साथ ही जो लोग ड्रग्स के शिकार थे, उन पर भी सख्त कदम उठाए गए। देश की सफाई को ध्यान में रखकर नए नए नियम और कानून बनाए गए। यहां तक कि chewing gum को भी बैन कर दिया गया था।

अब उस समय भले ही लोगों को यह सख्त नियम कानून बेड़ियों के समान लगे थे। लेकिन देश के उज्जवल भविष्य के लिए यह सारी चीजें बेहद जरूरी थी। इन सारे नियम कानूनों को लागू करने के सिर्फ कुछ ही समय के बाद से ही लोगों के बीच पॉजिटिव रिजल्ट दिखने शुरू हो गए। आर्थिक और राजनैतिक तंगी में भी कमी दिखाई देने लगी। लेकिन यह तो बस अभी एक झलक थी। अब दोस्तो Singapore के बाकी crisis को तो काफी अच्छी तरह से हैंडल किया जाने लगा था। लेकिन सबसे ज्यादा फोकस की जरूरत वहां की हाउसिंग सिस्टम को थी। 

एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 1965 के दौरान यहां की आबादी के सिर्फ 5% लोगों के पास ही अपना खुद का घर हुआ करता था, उस समय देश के ज्यादातर लोग बस्तियों में रहा करते थे। इस चीज पर LEE KUAN ने गौर फरमाया और उसके बाद उन्होंने एक कानून पास किया जिसके तहत सरकार लोगों की जमीन को सस्ती कीमत पर खरीद सकती थी। इसके बाद से गवर्नमेंट द्वारा बड़े पैमाने पर जमीनों को खरीदा गया। और उस पर रहने के लिए सस्ती कीमत वाले घरों को बनाया गया।

आम जनता आसानी से इन घरों को बिना किसी दिक्कत के खरीद सके, इसके लिए एक कानून भी पास किया गया। जिसके तहत लोगों की सैलरी का 25% हिस्सा गवर्नमेंट की प्रोविडेंट फंड में जमा किया जाने लगा। और साथ ही सैलरी की इस 25% की सेविंग में 25% का डोनेशन गवर्नमेंट की तरफ से भी मिलने लगा।इस तरह से लोगों को 50% का सेविंग फंड दिया जाने लगा, जिसके चलते लोगों के लिए घर खरीदना बेहद आसान हो गया। अब दोस्तों हाउसिंग के बाद से Employment की प्रॉब्लम से निपटने के लिए LEE KUAN ने, फॉरेन कंपनीज को बिजनेस इन्वेस्टमेंट के लिए इनवाइट किया।

उन्होंने इसके लिए नो टेक्स्ट पॉलिसी को भी लागू किया, जिसके तहत किसी भी फॉरेन कंपनी से शुरुआती 10 सालों में किसी तरह का कोई भी टैक्स नहीं वसूला गया। अब इस प्रॉफिटेबल पॉलिसी के लागू होने के बाद से ही, बड़ी-बड़ी कंपनियां Singapore में इन्वेस्टमेंट करने के लिए आने लगी। और लोगों के बीच बहुत सारी Employment opportunitie क्रिएट हो गई। इस तरह से एक समय जिस देश में Employment शुन्य हुआ करता था। सिर्फ एक दशक के अंदर ही वहां पर unemployment शुन्य हो गया था और यह Singapore के लिए सबसे बड़ा बदलाव था। अब जोकि ज्यादा जॉब्स होने के कारण अक्सर CORRUPTION भी बढ़ता है।

ऐसे में LEE KUAN को इस बात का बहुत अच्छे से ख्याल था। उन्हें पता था कि अक्सर लोग ज्यादा पैसे कमाने के लिए CORRUPTION करते हैं। इसलिए उन्होंने गवर्नमेंट employees की सैलरी काफी हद तक बढ़ा दी, ताकि CORRUPTION के चांसेस कम हो जाए। और फिर अभी भी अगर CORRUPTION के केसेस पाए जाते थे, तो फिर उन्हें फांसी जैसे खौफनाक सजा दी जाती थी। अब दोस्तों आज हम यह कह सकते हैं कि इन सभी प्रयासों का रिजल्ट काफी पॉजिटिव निकल कर आया, क्योंकि आज Singapore दुनिया की सबसे कम craft कंट्रीज में चौथे नंबर पर शुमार है। और दोस्तों LEE KUAN ने इन सभी चीजों के अलावा हर उस सेक्टर पर काम किया, जो कि कंट्री के आनेवाले फ्यूचर के लिए लाभकारी था।

कहा जाता है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। और बच्चों का और ओवरऑल Development नेशन की अच्छी फ्यूचर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। इसेलिए LEE KUAN ने स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजुकेशन प्रोवाइड करने के लिए, बड़े-बड़े स्कूल्स एंड कॉलेजेस का निर्माण करवाया। और दोस्तों इस तरह से इन बेहतरीन प्रयासों से Singapore का Development ट्रेड काफी तेजी से बढ़ता चला गया। जिसका अंदाजा आप Singapore की मौजूदा स्थिति से लगा सकते हैं। LEE KUAN YEW ने Singapore को बर्बादी के दलदल से उठाकर जिस तरह कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचाया, वह वाकई में किसी mythical से कम नहीं था। और यही चीज आज उन्हें इतिहास के सबसे महान लीडर्स में से एक बनाती है।

वैसे दोस्तो आप को Singapore के Development स्टोरी के बारे में जानकर कैसा लगा? हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा। आपका बहुमूल्य समय देने के लिए बहुत-बहुत! धन्यवाद


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